राजस्थान की स्कूलों में सूर्य नमस्कार के सामूहिक अभ्यास में बना वर्ल्ड रिकॉर्ड, 88 हजार स्कूलों के 1.14 करोड़ से अधिक विद्यार्थियों ने किया सूर्य नमस्कार

प्रदेश भर में विद्यार्थियों सहित 1.33 करोड़ से ज्यादा लोगों ने निभाई भागीदारी
शिक्षा मंत्री ने दी सभी प्रतिभागियों और विभाग की पूरी टीम को बधाई

जयपुर ।  सूर्य सप्तमी के अवसर पर राजस्थान के सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में गुरुवार को आयोजित सूर्य नमस्कार के सामूहिक अभ्यास कार्यक्रम में विद्यार्थियों सहित 1.33 करोड़ से अधिक लोगों ने अपनी भागीदारी निभाते हुए विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इस विश्व रिकॉर्ड को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन के राजस्थान एडिशन द्वारा मान्यता प्रदान की गई है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस विशिष्ट उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे सफल बनाने में सहभागिता निभाने वाले प्रदेश की स्कूलों के विद्यार्थियों, शिक्षकों, अभिभावकों, जनप्रतिनिधियों, संस्था प्रधानों और समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों का आभार जताया है। उन्होंने इस आयोजन के सुव्यवस्थित प्रबंधन में सजगता और जिम्मेदारी से भूमिका निभाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की पूरी टीम के प्रयासों की सराहना की है।

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को वर्ल्ड ऑफ वर्ल्ड बुक ऑफ लंदन के वाइस प्रेसिडेंट राजस्थान प्रथम भल्ला ने इस विश्व रिकॉर्ड का प्रोविजनल सर्टिफिकेट गुरुवार को इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में भेंट किया। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के आयुक्त एवं राज्य परियोजना निदेशक अविचल चतुर्वेदी, स्कूल शिक्षा विभाग की विशिष्ट शासन सचिव श्रीमती चित्रा गुप्ता, माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी और उप निदेशक शाला दर्पण श्रीमती तूलिका गर्ग सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि पूरे प्रदेश के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूलों में गुरुवार को प्रात: 10.30 बजे से 11 बजे की अवधि में एक ही समय पर एक साथ सूर्य नमस्कार का अभ्यास किया गया। इसमें 88 हजार 974 स्कूलों के एक करोड़ 14 लाख 69 हजार 914 विद्यार्थियों ने सूर्य नमस्कार किया। वहीं विद्यार्थियों सहित कुल एक करोड़ 33 लाख 50 हजार 889 लोग इन आयोजनों में शामिल हुए। विद्यार्थियों के अलावा शिक्षा विभाग के कार्मिक, जन प्रतिनिधि, अभिभावक, अधिकारीगण और समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने इसमें भागीदारी की। उन्होंने बताया कि प्रदेश की 66 हजार 990 सरकारी स्कूलों में 64 लाख 30 हजार 277 तथा 21 हजार 984 गैर सरकारी स्कूलों के 50 लाख 39 हजार 637 विद्यार्थियों ने सूर्य नमस्कार किया। सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों सहित 77 लाख 63 हजार 374 तथा गैर सरकारी स्कूलों में 55 लाख 87 हजार 515 लोग इन आयोजनों में शामिल हुए।

 

राजसमन्द जिले की सेन्ट पॉल सहित अन्य सभी विद्यालयों में हुआ सूर्य सप्तमी पर्व पर सूर्यनमस्कार

राजसमन्द। सेन्ट पॉल सी.सै. स्कूल, कांकरोली में शिक्षा विभाग के आदेश की अनुपालना करते हुए सूर्य सप्तमी पर्व को पूर्ण मनोयोग से मनाया गया। शारीरिक शिक्षक राजेश पालीवाल ने सूर्य सप्तमी मनाने का पौराणिक महत्व एवं उद्देश्य की जानकारी छात्रों को दी और योग को रोगों से मुक्ति पाने का उत्तम साधन बताया। प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में बताया कि सूर्यनमस्कार के आयोजन को मात्र औपचारिकता न समझते हुए इसे दैनिक जीवन का अहम हिस्सा बनाए ताकि विद्यार्थी जीवन के लिए आवश्यक ऊर्जा व एकाग्रता को प्राप्त कर सकें। सूर्य सप्तमी पर्व कार्यकम प्रातः 9:30 बजे प्रारम्भ हुआ। विभागीय दिशा निर्देशों का पालन करते हुए सभी छात्रों को योग किया से पहले वार्म-अप करवाया गया व 10:00 से 10:15 तक सूर्य नमस्कार का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में 920 छात्रों के साथ विद्यालय प्रबंधक मण्डल व शिक्षकगण उपस्थित रहे।