हल्दीघाटी दर्रे में दो घंटे श्रमदान कर विरासत सरंक्षको ने किया प्रताप को नमन


राजसमन्द। विरासत सरंक्षण और जीर्णोद्धार समिति के बैनर तले रविवार को महाराणा प्रताप की रण स्थली हल्दीघाटी के एतिहासिक दर्रे की यात्रा करते हुए दर्रा मार्ग की सफाई की गई। विरासत सरंक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष जोगेंद्र मेनारिया के सानिध्य में विरासत सरंक्षण और जीर्णोद्धार समिति के पदाधिकारियों ने करीब दो घंटे के श्रमदान से दर्रा मार्ग पर करीब दो सौ फीट मार्ग तक उग आई झाड़ियों की कुंट कुल्हाड़ियों और फावड़े की मदद से सफाई करते हुए दर्रा मार्ग को आवागमन योग्य बनाया।

विरासत सरंक्षक कमल मानव ने बताया कि इस दौरान सूचना पर नाथद्वारा के उपखंड अधिकारी मनमोहन शर्मा भी मौके पर पहुंचे और सहजता से श्रमदान में हिस्सा लिया। इस दौरान विरासत सरंक्षण और जीर्णोद्धार समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बहादुर सिंह चुण्डावत, कोषाध्यक्ष दीपक यादव, राजसमंद जिला अध्यक्ष भेरूलाल खटीक, उपाध्यक्ष मुरलीधर सोनी, कोषाध्यक्ष प्रभुदास वैष्णव, बजरंग प्रसाद शर्मा,भूपेन्द्र यादव, राजेश औदिच्य, मोहब्बत सिंह भैंसाणा, महिपाल सिंह उदावत, दलपत सिंह झाला,लोक अधिकार मंच जिला अध्यक्ष युगल किशोर सोनी,ख्याली माली सहित विरासत समिति के सदस्य मौजूद थे।

विरासत संरक्षण समिति द्वारा मौके पर ही उपखंड अधिकारी को दर्रे के हालात से रुबरु कराते हुए इसकी दशा सुधारने का लिखित प्रार्थना पत्र दिया।जिस पर उपखंड अधिकारी ने विरासत समिति की कमेटी बनाकर उन तक पहुंचाने का निर्देश दिया। विरासत सरंक्षण और जीर्णोद्धार समिति के पदाधिकारियों ने खमनोर प्रधान भेरूलाल वीरवाल को भी ज्ञापन दिया।जिस पर प्रधान ने मौके पर ही वन विभाग और पंचायत समिति के अधिकारियों को दुरभाष द्वारा दर्रे की सफाई का निर्देश दिया।