गंगाजी पूजन के साथ 6 दिवसीय शुभ यज्ञोपवीत प्रस्ताव हुआ संपूर्ण , गोस्वामी बालकों व आचार्यों की रही उपस्थिति

नाथद्वारा। पुष्टिमार्गीय द्वितीय पीठ प्रभु श्री विट्ठलनाथजी मंदिर में यज्ञोपवीत संस्कार कार्यक्रम के अंतर्गत 2 अप्रैल से 7 अप्रैल तक श्री वदान्यराय बावा एवं श्री द्विजराज बावा के यज्ञोपवित कार्यक्रम में कई विशिष्ट एवं अति विशिष्ट व्यक्तियों ने सहभागिता की। मुख्य रूप से द्वितीय पीठाधीश्वर श्री कल्याण राय जी महाराज के आत्मज श्री हरिराय बावा साहब एवं वागधीश बाबा साहब के मार्गदर्शन में हुए इस कार्यक्रम में पुष्टिमार्गीय प्रधानपीठ श्रीनाथजी से गोस्वामी विशाल बावा की उपस्थिति रही। कांकरोली, काम वन, जोधपुर, चौपासनी, कड़ी ,कलोल ,अहमदाबाद, बड़ौदा एवं अन्य सभी पुष्टिमार्गीय पीठ से गोस्वामी बालकों एवं आचार्यों की विशेष उपस्थिति रही ।

मंदिर परिसर एवं नया बाजार में प्रीतमपोल से विट्ठलनाथजी तक सावधान, खबरदार की आवाज गूँजती रही । सभी वल्लभ कुल के बालकों ने इस कार्यक्रम के साथ-साथ प्रभु श्रीनाथजी मंदिर में दर्शन एवं चरण स्पर्श कर अलौकिक लाभ प्राप्त किया। बाहर से पधारे हुए वैष्णवजनों को एवं नगर वासियों को एक साथ पधारे हुए आचार्यों के दर्शन सानिध्य एवं आशीर्वाद का लाभ प्राप्त हुआ।

संपूर्ण कार्यक्रम अति सुंदर ढंग से हुआ जिसमें मुख्य रुप से ग्रह शांति, गणेश स्थापन, विनेकी एवं शुभ यज्ञोपवीत संस्कार कार्यक्रम में सभी वल्लभ कुल के आचार्यों की उपस्थिति रही। इसी के साथ वल्लभ विलास में रास, गरबा, भजन, कीर्तन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही ।

इसी क्रम में मेवाड़ राज परिवार के श्री लक्ष्य राजसिंह मेवाड़ ने भी इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति प्रदान की एवं महाराज श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया । वल्लभ संप्रदाय की परंपराओं के अनुसार हुए इस कार्यक्रम का नगर वासियों एवं बाहर से पधारे हुए वैष्णवो ने आनंद प्राप्त किया । महाराज श्री कल्याण राय जी ने इस कार्यक्रम के सहभागी शहर वासियों एवं बाहर से पधारे हुए वैष्णवों को शुभाशीर्वाद प्रदान किए एवं कार्यकर्ताओं का सम्मान किया।

राजमहल मेवाड़ द्वारा सदियों से चली आ रही परंपरा का निर्वहन करते श्री लक्ष्यराजसिंह मेवाड़