सिंगल यूज प्लास्टिक 1 जुलाई से पूर्णतःप्रतिबन्ध एवं सभी राजकीय कार्यालयों में तत्काल प्रभाव से रोक

घर-घर औषधि योजना क्रियान्वयन, जिला पर्यावरण समिति राजसमन्द एवं जिला ईको ट्यूरिज्म समिति की बैठक


राजसमंद। घर-घर औषधि योजना की टास्क फोर्स, जिला पर्यावरण समिति एवं जिला ईको ट्यूरिज्म की बैठक जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना  की अध्यक्षता में सोमवार को  जिला कलक्टर कार्यालय में आयोजित की गयी।
बैठक में जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना ने राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एन.जी.टी.) के आदेशो की पालनार्थ डंपिग साईट एवं सॉलिड/प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेन्ट, घर-घर कचरा संग्रहण एवं खतरनाक अपषिष्ठ का अलग-अलग एकत्रीकरण , बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेन्ट, जिले में प्रत्येक गांव में एक जलाशय का आंकलन कर वेटलेण्ड चिन्हित करना एवं मैनेजमेन्ट प्लान तैयार करना, अवैध बजरी खनन तथा सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक के संबंध में जिला कलक्टर ने सभी विभागो को निर्देश दिये कि सभी सरकारी कार्यालयों में तत्काल प्रभाव से सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाई जावें।
उपवन संरक्षक  विनोद राय ने बताया कि इसके साथ ही  स्थानीय निकायों नगर परिषद/नगर पालिकाओं को सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी हुई वस्तुए :- प्लास्टिक स्टिक युक्त ईयर बड्स, गुब्बारो के लिए प्लास्टिक की डंडिया, प्लास्टिक के झंडे, कैंडी स्टिक, आईसक्रीम की डंडिया, पालीस्टाइरीन (थर्मोकोल) सजावटी सामान, प्लेटे, कप, गिलास, कांटे, चम्मच, चाकू, स्ट्रा, ट्रे, कटलरी, मिठाई के डिब्बों के इर्द-गिर्द लपेटने/पैक करने वाली फिल्में, निमंत्रण कार्ड और सिगरेट पैकिट, 100 माइक्रोन से कम मोटाई वाले प्लास्टिक/पीवीसी बैनर, स्ट्रिई का 01 जुलाई 2022 से उत्पादों का विनिर्माण, आयात, भण्डारण, वितरण, विक्रय एवं उपयोग पर प्रतिबन्ध के लिये प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये गये।


इस अवसर पर उपवन संरक्षक विनोद राय ने बताया कि घर घर औषधि योजना में आने वाले वर्षा ऋतु में भी इस वर्ष शेष 1.21 लाख परिवारों को पौधे वितरीत किये जाने है। इस हेतु वन विभाग के 8 पौधशाला में 10.65 लाख औषधि पौधों की तैयारी शुरू की जा चुकी है। इस बार योजना अनुसार जिले के 253 आगनवाडी केंद्रों में मेडिसनल प्लान्ट कोर्नर तैयार किये जाने है। जिसमें घर-घर औषधि योजना के चारो प्रजाति के पौधे लगाये जाएगे। इसके साथ ही बैठक में सभी सरकारी विभागो/ संस्थानो तथा विद्यालय, महाविद्यालयों एवं छात्रावासों में चारो प्रजाति के औषधिय पौधे लगाये जाने के निर्देश दिये गये।
जिले में ईको-ट्युरिज्म पॉलीसी के अन्तर्गत 5 वर्षीय योजना बनाने के लिये सभी विभागों को प्रस्ताव बनाने अधिकारीयों को निर्देश दिये गये। इसके साथ ही बैठक में राष्ट्रीय पक्षी मोर के शिकार की रोकथाम तथा संरक्षण कर जिला कलक्टर द्वारा सभी को सहयोग के लिये निर्देश दिये।
इस अवसर पर बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी , उत्साह चौधरी , अतिरिक्त जिला कलक्टर रामचरण शर्मा ,एसीईओ अनिल सनाढय, सीएमएचओ , नगर परिषद आयुक्त जनार्दन शर्मा ,महिला बाल विकास  के उपनिदेशक , नन्दलाल मेघवाल , रीको के अजय पण्डया , उद्योग केन्द्र के राजेन्द्र त्यागी  सहित सभी  सम्बन्धित विभागों के अधिकारी और कार्मिक मौजूद रहे।