” हमारे मदन गोपाल है राम “के भाव से “नंदलला से रामलला” तक महाप्रसाद की महायात्रा के रथ को विशाल बावा ने पूजन कर दी विदाई

केसरी गणगौर के अवसर पर महाप्रसाद की महायात्रा के प्रस्थान का किया विशाल बावा ने श्री गणेश


नाथद्वारा @RajsamandTimes। पुष्टिमार्गीय प्रधान पीठ प्रभु श्रीनाथजी की हवेली के पीठाधीश्वर गो.ति.108 राकेश महाराज श्री की आज्ञा एवं गो.चि.105 विशाल बावा की प्रेरणा से श्रीजी प्रभु के नाथद्वारा पधारने के 351वर्षो के इतिहास में प्रथम बार ऐसा अवसर आया है, जिसमें रामनवमी के शुभ अवसर पर श्रीजी द्वार से राम द्वार तक महाप्रसाद की यात्रा में श्रीजी प्रभु के महाप्रसाद को ग्रहण करने का लाभ लाखों वैष्णव जन ले सकेंगे। “हमारे मदन गोपाल ही है श्री राम”  के भाव से इस महाप्रसाद की महायात्रा के प्रस्थान का श्री गणेश विशाल बावा ने रविवार को श्रीनाथजी मंदिर के मोती महल चौक प्रांगण से महाप्रसाद की सैकड़ो वैष्णव जन के संग कार सेवा कर महाप्रसाद को रथ में पहुंचा कर रथ का पूजन कर रवाना किया।

इस अवसर पर  विशाल बावा ने कहा कि ऐसा दुर्लभ संयोग सदियों में एक बार आता है और इस पल के और इस सेवा में जो भी वैष्णव सहभागी बने वह बड़े सौभाग्यशाली है, इस अवसर पर उन्होंने समस्त पुष्टि सृष्टि को रामनवमी की अग्रिम बधाई भी दी। महाप्रसाद की महायात्रा के प्रमुख पड़ाव में भीलवाड़ा,जयपुर, मथुरा,जतीपुरा, लखनऊ होंगे वहा पर भी वैष्णव जन को श्रीजी प्रभु का प्रसाद वितरित किया जाएगा। रामनवमी पर विशेष मनोरथ सेवा 351 वर्षों से निरंतर चली आ रही है किंतु इतिहास में पहली बार यह अद्भुत संयोग होगा जब नंदालय से प्रभु श्रीनाथजी का महाप्रसाद नंदलला से रामलला के द्वार तक यात्रा करेगा तथा यात्रा के मार्ग में आने वाले जीवों का महाप्रसाद के रूप में श्रीजी प्रभु की कृपा जीवों का उद्धार करेंगी! क्योंकि पुष्टिमार्ग में श्री कृष्ण और श्री राम को एक ही स्वरूप माना है जिसमें लेश मात्र भी संशय नहीं है !
इन्हीं भावना से तिलकायत की आज्ञा एवं विशाल बावा की प्रेरणा से रामनवमी के अवसर पर प्रथम बार श्रीजी प्रभु का महाप्रसाद ‘एक लाख एक’ “मठड़ी” के महा प्रसाद के रूप में यात्रा के रूप में श्रीजी द्वार से श्रीराम द्वार तक रामनवमी के अवसर पर वितरित होगा ।

इस ऐतिहासिक अवसर पर 56 भोग मनोरथी, वैष्णवजन, श्रीनाथजी मंदिर के अधिकारी सुधाकर उपाध्याय, मंदिर के मुख्य प्रशासक भारत भूषण व्यास, तिलकायत के मुख्य सलाहकार अंजन शाह, मंदिर के सहायक अधिकारी अनिल सनाढ्य, मंदिर मंडल के सदस्य समीर चौधरी, सुरेश संघवी, संपदा अधिकारी ऋषि पांडे, तिलकायत  के सचिव लीलाधर पुरोहित, मंदिर के पंड्याजी परेश नागर, समाधानी उमंग मेहता,पीआर ओ एवं मीडिया प्रभारी गिरीश व्यास,जमादार हर्ष सनाढ्य, कैलाश पालीवाल आदि उपस्थित थे।