वृद्धा की हत्या कर लूट के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार – पुलिस ने 10 दिनों में किया मामले का खुलासा

राजसमंद। गत 11 जून को राजनगर थाना क्षेत्र के दोवड़ गांव में एक 70 वर्षीय वृद्ध महिला मोहनबाई की हत्या कर जेवर लूट के मामले का राजनगर पुलिस ने 10 दिनों में पर्दाफाश करते हुए दोवड़ गांव के ही दो आरोपियों किशनसिंह और केशरसिंह राजपूत को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर के आरोपियों की धर पकड़ के लिए एसपी सुधीर चौधरी के निर्देश पर एएसपी राजेश गुप्ता, डीएसपी बेनीप्रसाद मीणा, राजनगर कोतवाल प्रवीण कुमार टांक, कुंवारिया थानाधिकारी पेशावर खान, डीएसटी प्रभारी मुंशी मोहम्मद, साईबर सैल एसआई पवनसिंह के नेतृत्व में अलग-अलग तीन टीमों का गठन किया। रविवार सांय एसपी सुधीर चौधरी व एएसपी राजेश गुप्ता ने प्रेस वार्ता कर मामले में दो आरोपी किशनसिंह पुत्र सोहनसिंह राजपूत (42), निवासी दोवड़ व केशरसिंह पुत्र उदयसिंह (50) निवासी रेहट की भागल, दोवड़ को गिरफ्तार कर खुलासा किया। पुलिस ने बताया कि इनमें से एक आरोपी केशरसिंह ने मृतका महिला से 60 हजार रुपए उधार ले रखे थे और महिला पैसे लौटाने के लिए तकाजा कर रही थी। दोनों ही आरोपी नासिक में कबाड़ी का साझेदारी में कार्य करते हैं और लॉकडाउन लगने से दोनों गांव लौट आए। आर्थिक तंगी के चलते दोनों आरोपियों ने वृद्धा की हत्या कर जेवर हड़पने का प्लान बनाया। 11 जून को मृतका के परिजन व आस पड़ोस के लोग केलवा के पास सार्दुल गांव में गोलवीटी कार्यक्रम में चले गए। इसी मौके का फायदा उठाते हुए दोनों आरोपियों ने बीहड़ में बकरियां चराने के दौरान वृद्ध महिला मोहनबाई की हत्या कर जेवर लूट लिए।
मामले को लेकर पुलिस द्वारा की गई छानबीन के दौरान एक आरोपी पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से अपने चप्पल, जूते व मोबाईल एक कुंए के बाहर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने कुंए में तलाश किया लेकिन कुछ नहीं मिला। इस पर पुलिस का शक और गहरा गया। मामले की छानबीन में जुटी पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियों के चलते दोनों आरोपी किशनसिंह व केशरसिंह को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ किए जाने पर दोनों ने वृद्धा की हत्या कर जेवर लूटना स्वीकार किया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमाण्ड पर लेते हुए लूट के जेवर बरामद किए जाएंगे।
हत्या के बाद अंतिम संस्कार में भी पहुंचे आरोपी
इस पूरे घटनाक्रम में खास बात यह है कि दोनों ही आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद अपने-अपने घर चले गए और दूसरे दिन वृद्धा के अंतिम संस्कार में भी शामिल हो गए। छानबीन के दौरान एक आरोपी किशनसिंह से वृद्धा द्वारा उधारी पैसों का तकाजा करने की बात सामने आने पर पुलिस की जांच दायरे में आ गया। इस पर उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए खुद कुंए पर मोबाईल व चप्पल आदि छोड़कर फरार हो गया। ताकि पुलिस को लगे कि वह कुंए में कूद गया। पुलिस ने तत्काल कुंए का पानी खाली करवा दिया लेकिन कुंए में कुछ नहीं मिला। शक और गहराने पर पुलिस ने तुरंंत गहन तहकीकात करते हुए किशनसिंह को पकड़ लिया और सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने वृद्धा की हत्या करना स्वीकार कर लिया।