ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के कार्य गुणवत्तायुक्त हो- सीईओ गुप्ता

ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के क्रियांवयन को लेकर दिया प्रशिक्षण आयोजित

राजसमंद। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.) के अतंर्गत ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के क्रियांवयन के लिए परियोजना निर्माण पर जिला परिषद सीईओ निमिषा एवं एसीईओ डॉ. दिनेश राय सापेला के निर्देशन में समस्त पंचायत समितियों के सहायक अभियंता, जेटीए एवं खण्ड समंवयकों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान जिला परिषद सहायक अभियंता हुकमचंद बैरवा द्वारा परियोजना निर्माण के लिए कचरे की गणना, परिवारों की संख्या अनुमानित ठोस कचरा उत्पादन, गीला कचरा, सूखा कचरा, सामुदायिक स्वच्छता परिसर, 5 हजार से कम जनसंख्या, ठोस एवं कचरा प्रबंधन 5 हजार से अधिक जनसंख्या, ग्रे वाटर प्रबंधन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन इकाई, मल कीचड़ प्रबंधन, गोबरधन प्रोजेक्ट, घर-घर कचरा एकत्रिकरण, सार्वजनिक स्थलों पर कचरा एकत्रीकरण, कम्पोस्ट पिट, ट्राई साइकिल एवं अन्य वाहनों से कचरा एकत्रिकरण, ऑपरेशन एवं मेमेन्टेनेन्स, सोक पीट, रेट्रोफिटिंग, नाली निर्माण आदि पर विस्तार पूर्वक तकनीकी जानकारी प्रदान की गई।

जिला समंवयक नानालाल सालवी ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.) के द्वितीय चरण में गांवों को निरंतर खुले में शौच मुक्त बनाए रखने के साथ-साथ गांवों में ठोस एवं तरल कचरे के प्रबंधन की व्यवस्था को सुनिश्चित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसे ओडीएफ प्लस का नाम दिया गया है। इस दौरान मगानरेगा अधिशाषी अभियंता अनिल सनाढ्य ने पंचायत समितियों के तकनीकी कार्मिकों द्वारा बताई गई समस्याओं का समाधान किया गया एवं तकनीकी जानकारी प्रदान की गई।