राजसमन्द। राजसमन्द विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने राजस्थान में बढ़ते अपराधों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। मकराना में एक विवाहिता के साथ चाकू की नोक पर दुष्कर्म की घटना अत्यंत दुर्भाग्य पूर्ण है। पुलिस द्वारा नकली मुठभेड़ में हत्या, पुलिस अभिरक्षा में हत्या, महिला जन प्रतिनिधि पर हमलाए दिन दहाड़े चिकित्सक दम्पति की हत्या राजस्थान में बढ़ते अपराधों की झलक दिखा रहे है।
माहेश्वरी ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार प्रारम्भ से आंतरिक विरोधों एवं परस्पर कलह की शिकार है। सत्ता पार्टी के विधायक एवं मंत्रीगण तक अपनी सुनवाई नहीं होने एवं नौकरशाही की मनमानी की सार्वजनिक रुप से शिकायते कर रहे है। मुख्यमंत्री अपनी सत्ता बचाने में व्यस्त है। कांग्रेस सरकार सत्ता के शतरंज में शासन करना ही भूल गई है।
कुप्रबंधन में शीर्ष है राजस्थान की कांग्रेस सरकार
विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण मानव सभ्यता के सामने सबसे बड़ा संकट था। राजस्थान सरकार और कांग्रेस पार्टी संक्रमण से बचाव करने के स्थान पर केन्द्र सरकार के साथ युद्ध करने में लगी रही। कोरोना उपचार सुविधाओं में राजनैतिक आधार पर भेदभाव किया गया। निजी चिकित्सालयों की लूट से जनता को बचाने की कोई व्यवस्था ही नहीं थी। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना और अन्नपूर्णा योजना बंद कर दी गई। चिरंजीवी योजना का कोविड रोगियों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। कोविड आपदा में राजस्थान सरकार ने अभावग्रस्त नागरिकों की कोई सहायता नहीं की। माहेश्वरी ने कहा कि बढ़ते अपराध, अपराधियों में शासन का भय नहीं होना और कोविड कुप्रबंधन के कारण जनता में राजस्थान सरकार की छवि शुन्य पर पहूंच गई है। कांग्रेस शासन राजस्थान के लिए अभिशाप है।