मनुष्य अब व्यावहारिक नहीं व्यावसायिक हो चुका है, संबंध सिर्फ उनसे ही मधुर हैं जिनसे फायदा अधिक है – मुनि अतुल

मंगल भावना समारोह आयोजित

राजसमन्द @RajsamandTimes। भवभुति भंवर कल्याण संस्थान में युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि रविंद्र कुमार एवं मुनि अतुल कुमार के 15 दिवसीय, कांकरोली प्रवास संपन्नता पर तेरापंथ समाज ने मंगल भावना समारोह आयोजित किया गया।मुनिद्वय आज 8 अप्रैल को कांकरोली से विहार करके धोइंदा पधारे।

उससे पूर्व मंगल भावना समारोह को संबोधित करते हुए मुनि अतुल कुमार ने कहा आज के संबंधों में स्वार्थपरता असीमित हो गई है और इतनी अधिक, की सीमा के पार जा चुकी है। स्वार्थ से आशय है-केवल अपने लाभ की बात सोचना, दूसरे के लाभ और भले की बात कतई भी ना सोचना। इससे इंकार नहीं की वर्तमान में सामाजिक रिश्तों की नींव स्वार्थ पर ही टिकी हुई है। मनुष्य अब व्यवहारिक नहीं व्यावसायिक हो चुका है, संबंध सिर्फ उन्हीं से मधुर हैं जिनसे लाभ अधिक है। धन की तृष्णा इंसान को लालची, खूनी तक बना देती है। ये तृष्णा हर किसी के नियंत्रण की बात नहीं। ये दौलत का नशा ऐसा है कि उम्र ढल जाती है फिर भी नहीं उतरता। आज का मनुष्य अपनी जरूरतों का गुलाम है। उसके जीवन में इतनी ज़रूरतें बढ़ गई हैं कि वह हमेशा दूसरों से अपेक्षाएं करता फिरता है। इन अपेक्षाओं में उधार मांगना एक बहुत बड़ी अपेक्षा है। जिसके कारण लोगों के रिश्तों में दरारें आए दिन आती रहती हैं। और लोग एक दूसरे से संबंध तोड़ लेना ही अच्छा मानते हैं ताकि उधार से बचने का रास्ता मिल जाए। जब रिश्ते टूटते हैं तो आदमी स्वार्थी होने लगता है। एक इंसान अपने स्वार्थ के लिए उस हद तक जा सकता है जिसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते। हालांकि कुछ लोगों की वजह से इंसानियत आज भी जिंदा है। परन्तु फिर भी इंसान अपने भोग विलास के लिए घटियापन की सारी हदें पार कर रहा है। आज के युग में व्यक्ति कॉन्टेक्ट्स बनाता है। कॉन्टेक्ट्स मतलब किसी को भाई बनालो, बुरे समय में काम आएगा। दिल में कोई प्रेम नहीं। इसी तरह आज कांटेक्ट लिस्ट बड़ी होती जा रही है और भाईचारा घटता जा रहा है।

मुनि रविंद्र कुमार ने मंगल पाठ सुनाया। संस्थान के संस्थापक दिलीप पोखरना ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आभार व्यक्त किया। व्यवस्थापक चंद्र प्रकाश मारू ने स्वागत वक्तव्य दिया। महावीर नगर महिला मंडल ने विदाई गीत से मंगलाचरण किया।तेरापंथ सभा अध्यक्ष प्रकाश सोनी, महिला मंडल अध्यक्ष उषा कोठारी ने विचार रखे। हिम्मत बाबेल, ज्योत्सना पोखरणा, डॉक्टर मुरोडिया एवं ममता जैन ने गीतों की प्रस्तुतियां दी। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।