रेलमगरा के दरीबा में होगा 300 ऑक्सीजन बेड का नया अस्पताल स्थापित , विधानसभा अध्यक्ष ने की मुख्यमंत्री से चर्चा


राजसमन्द। कोरोना महामारी के संक्रमण के बढते प्रभाव को देखते हुये व आमजन को बेहत्तर चिकित्सा सुविधाओं को विस्तार देने के उदेश्य से जिले के दरीबा में दयानन्द एंग्लो वैदिक विद्यालय में डेडिकेटेड 300 बेड के कोविड अस्पताल के लिये राज्य सरकार द्वारा राज्य आपदा  निधि एसडीआरफ से  चिकित्सा तकनीकी से सम्बन्धित उपकरण सामग्री की खरीद के लिये 3 करोड 65 लाख रूपये की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है।

इस चिकित्सालय के लिये  आरएसआरडीसी , पी डब्ल्यू डी को कार्यकारी ऐजेन्सी बनाया गया है जिनके द्वारा पाईप लाईन डालने का कार्य प्रांरभ किया जा चुका है। ये अस्पताल सभी मेडिकल उपकरणों से युक्त होगा।
मुख्यमंत्री से विधानसभा अध्यक्ष डाॅ जोशी ने की चर्चा
विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. सीपी जोशी को गत समय में राजसमन्द व नाथद्वारा के स्थानीय नागरिकों ने ऑक्सीजन नहीं मिलने की बात से अवगत कराया था।  उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री से चर्चा कर राज्य सरकार द्वारा 300 ऑक्सीजन बेड की स्वीकृति जारी करवायी। इसके साथ ही डाॅ. जोशी ने वेदांता हिंदुस्तान जिंक प्रबंधन को 100 बेड का अतिरिक्त चिकित्सालय कोविड संक्रमितों के लिये प्रारम्भ करने के निर्देश प्रदान किए ।इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से नाथद्वारा चिकित्सालय में  कोविड को देखते हुये नयी सीटी स्कैन मशीन लगाने पर भी चर्चा की, जिसे लगाने की कार्यवाही प्रारंभ कर दी गयी है ।  इसकी  लागत लगभग 3 करोड करोड  रूपये है इसके साथ ही इस नयी सीटी स्कैन मशीन लगाने की टेन्डर की प्रक्रिया  भी प्रारंभ कर दी गयी है।

 

राजसमन्द व उदयपुर के कोविड से संक्रमित मरीजों का होगा ईलाज – अगले 7 दिनों में प्रारंभ होने की संभावना 

इस चिकित्सालय में राजसमन्द जिले के व उदयपुर के कोविड से संक्रमित मरीजों का ईलाज होगा वर्तमान में जिले के सभी अस्पतालों में 350 रोगियों का ईलाज चल रहा है।  इसकी स्थापना से 300 बेड अतिरिक्त बढ जाने से कुल 650  कोविड संक्रमित रोगियों  का इलाज जिले में हो सकेगा । राज्य सरकार व जिला प्रशासन का प्रयास है कि इस चिकित्सालय को शीघ्र से शीघ्र तैयार करके  कोरोना के ईलाज के लिये  जिले के  रोगियों को बेेेेहतर तरह से चिकित्सा सुविधायें  उपलब्ध कराई जाए । चिकित्सालय जल्द ही अगले सात दिनों में  तैयार होने की संभावना हैं।
इस चिकित्सालय के लिये जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी निमिषा गुप्ता व चिकित्सा विभाग से पंकज गौड को प्रभारी बनाया गया है।