प्रताप के शौर्य की गाथाएं जीवन में ऊर्जा का संचार करती है-सांसद दीयाकुमारी

कुंभलगढ़ दुर्ग स्थित प्रताप जन्म स्थली पर सांसद ने दी श्रद्धांजलि

राजसमन्द। सांसद दीयाकुमारी ने वीर शिरोमणी और हिंदुआ सूरज महाराणा प्रताप की जन्म स्थली कुंभलगढ़ दुर्ग पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि मातृभूमि और स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले महाराणा प्रताप सच्चे देशभक्त थे। मेवाड़ धरती की रक्षा हेतु उनका संघर्ष, युगों-युगों तक याद किया जाएगा।

महाराणा प्रताप की 482 वीं जन्म जयंती के अवसर पर सांसद दीया ने कहा कि महाराणा प्रताप को असाधारण इच्छा शक्ति का प्रतीक माना जाता है जो कि निड़र थे और स्वतन्त्र व्यक्ति के रूप में अपनी पहचान रखते थे। हमेशा न्याय के पक्षधर रहने वाले ऐसे महापुरुष हमें यह संदेश देते हैं कि हमें न्यायप्रिय रहकर आत्म सम्मान के लिए अत्याचार का विरोध करना चाहिये।

सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि हल्दीघाटी, कुम्भलगढ, दिवेर , रक्ततलाई,और मेवाड़ के कण-कण में महाराणा प्रताप के शौर्य की गाथाएं जीवन में नई ऊर्जा का संचार करती है। चेतक की स्वामीभक्ति को भी मैं नमन करती हूं। हमें अपने जीवन में महाराणा प्रताप के आदर्शों को अपनाना होगा। आने वाली पीढ़ी को हमारी संस्कृति के साथ प्रताप के त्याग, बलिदान और समर्पण को समझना होगा जिसे समाज का हर वर्ग सम्मान की दृष्टि से देखता है। आज का यह आयोजन सर्व समाज के लिए प्रेरणादायी साबित होगा।

महाराणा प्रताप की जन्म स्थली कुंभलगढ़ दुर्ग पर आयोजित कार्यक्रम में कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़, भाजपा जिलाध्यक्ष मानसिंह बारहठ, पूर्व जिला महामंत्री भीमसिंह चौहान, मदन सिंह चौहान, हरदयाल सिंह, सुमेर सिंह झाला, कुलदीप सिंह ताल, कमला दशाणा प्रधान,लाल सिंह सहित मंडल अध्यक्ष, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे। बाद में सांसद ने प्रताप जयंती पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया।