महाराणा प्रताप पर दिए गए विवादित बयान को लेकर कटारिया व पुनिया के खिलाफ हुआ विरोध प्रदर्शन

राजसमंद। राजसमंद में चुनाव प्रचार के दौरान महाराणा प्रताप पर विवादित बयान देने के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया विवादों में घिर गए हैं। कटारिया के खिलाफ जय राजपुताना संघ, करणी सेना सहित कई राजपूत संगठनों ने विरोध जताया है।

जय राजपुताना संघ जुड़े युवाओं ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर एकत्रित होकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के पुतले बनाकर दहन किया। इससे पूर्व जय राजपुताना संघ के संस्थापक भंवरसिंह रेटा की अगुवाई में दोपहर बाद युवाओं ने जिला मुख्यालय पहुंचकर नारेबाजी की। इसके बाद कटारिया और सतीश पूनिया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आक्रोशित युवाओं ने महाराणा प्रताप पर की गई टिप्पणियों को लेकर कटारिया के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया।

पत्रकारों से रूबरू होकर जय राजपुताना संघ के संस्थापक भंवरसिंह रेटा ने कहा कि संघ प्रदेश भर में कटारिया का विरोध करेगा। कटारिया जहां भी जांएगे उनका विरोध होगा। वहीं भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतिश पुनिया व गुलाबचंद कटारिया को निलम्बित करने की मांग की गई। रेटा ने कहा महाराणा प्रताप जैसे महापुरुषों के खिलाफ टिप्प्णियां करने से पहले इन्हें सोचना चाहिए। जिस तरह की निम्न भाषा कटारिया ने महाराणा प्रताप के लिए इस्तेमाल की है उसे कोई बर्दाश्त नहीं करेगा। सतीश पूनिया ने पिछले दिनों भीण्डर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान महाराणा प्रताप के मोमेंटो को पैरों में रख दिया था, इसकी वजह से ही उनका विरोध किया है। भाजपा ने राजपूत समाज को केवल वोट बैंक बनाकर अपना मतलब सिद्ध किया है। सभा में मौजूद राजपूत समाज के नेताओं को भी कटारियां के बयानों का विरोध करना चाहिए।

कटारिया ने दो बार माफी मांगी लेकिन नाराजगी बरकरार

नेताप्रतिपक्ष गुलाबंचद कटारिया की ओर से दो दिन पूर्व चुनाव प्रचार के दौरान महाराणा प्रताप पर दिए विवादित बयान को लेकर उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की है, उसके बाद भी कटारिया दो बार माफी मांग चुके हैं। इसके बावजूद कई संगठन नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। कटारिया का यह विवादित बयान उपचुनावों की वोटिंग से ठीक पहले आया है। इस बयान से राजपूत वोटर्स की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। भाजपा अब इसीलिए डैमेज कंट्रोल की कवायद में जुट गई है।

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने जलाया कटारिया का पुतला गुलाब चन्द कटारिया द्वारा एक सभा मे महाराणा प्रताप के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया जिसके स्वरुप में देश के कई संगठनों ने विरोध किया। इसी कड़ी में जिला मुख्यालय के कांकरोली बस स्टैंड पर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना द्वारा गुलाबचंद कटारिया और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का पुतला दहन किया गया। पिछली बार भी गुलाबचंद कटारिया व सतीश पूनिया द्वारा महाराणा प्रताप के मूर्ति का अपमान किया गया था। अब फिर बिगड़े बोल ऐसा लगता है कि इनका उद्देश्य ही महाराणा प्रताप का अपमान करना है। कार्यकर्ताओं ने विरोध जताते हुए कहा कि आज के बाद अगर महाराणा प्रताप या किसी भी महापुरुष का अपमान किया गया तो अगली बार खुद तैयार रहना। इस मौके पर जिला अध्यक्ष गणपतसिंह दुलावत, खमनोर उपप्रधान वैभवराजसिंह चौहान, पुष्पेंद्रसिंह राठौड़, हेमेंद्रसिंह चुंडावत आमेट, किशनसिंह सिरोडी, बलवीर सिंह दूधपुरा, शक्तिसिंह सुर्य मगरी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।