अनीमिया मुक्त राजसमंद कार्ययोजना को सफलता के साथ क्रियान्वित करें – सीएमएचओ डॉ प्रकाश चन्द्र शर्मा

स्वास्थ्य भवन में आयोजित हुई महिला स्वास्थ्य मार्गदर्शिकाओं की एक दिवसीय बैठक

राजसमंद। जिले में अनीमिया मुक्त राजस्थान की तर्ज पर अनीमिया मुक्त राजसमंद के लिये जिला स्तर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में विशेष कार्ययोजना जिला स्तर पर तैयार की है। जिसमें पहले आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत बच्चों को अनीमिया से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है।  अभियान को सफलता पूर्वक क्रियान्वित करने के लिये सैक्टर स्तर पर बेहतर माईक्रोप्लान तैयार करें। यह निर्देश सीएमएचओ डॉ प्रकाश चन्द्र शर्मा ने स्वास्थ्य भवन में आयोजित महिला स्वास्थ्य मार्गदर्शिकाओं की बैठक में दिये।
उन्होंने कहा की आंगनबाड़ी केन्द्र के क्षैत्र में आने वाले समस्त 6 माह से 59 माह तक के सभी बच्चो का महिला एवं बाल विकास विभाग की और से सर्वे कार्य किया जा रहा है। आगामी 27 जून से 15 जूलाई तक सभी आंगनबाड़ी केन्द्रो पर मेडिकल टीम भेजी जायेगी जिसमें लेब टेक्नीशीयन, एएनएम एवं आशा के साथ ही आरबीएसके के तहत कार्यरत मोबाईल हैल्थ टीम भी होंगी।  टीम द्वारा सभी बच्चो का गुणवत्तापूर्ण हिमोग्लोबीन जांचा जायेगा। उन्होंने निर्देशित किया की आगामी सैक्टर स्तरीय बैठको में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी शामिल करने तथा जांच हेतु कोनसी टीम किस आंगनबाड़ी पर जायेगी इसके लिये सैक्टरवार माईक्रोप्लान तैयार करें। आगामी 19 जुलाई से 19 अक्टूबर तक अनुमानित 1 लाख बच्चो को आईएफए सिरप आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से पिलाई जायेगी तथा 45 दिवस में सभी बच्चो के हिमोग्लोबीन की जांच एवं अनीमिक पाये गये बच्चो की वापस 90 दिन बाद हिमोग्लोबीन की जांच की जायेगी।

बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने सभी स्वास्थ्य सूचकांको में सूधार के लिये प्रत्येक गुरूवार को आयोजित होने वाले मातृ शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस को गुणवत्तापूर्ण आयोजित करने के लिये निर्देशित किया। आयोजन से लाभार्थीयो को सूचित करें, गर्भवती महिलाओं, बच्चो एवं धात्री माताओं,किशोरीयों के स्वास्थ्य जांच के लिये सभी आवश्यक उपकरण एवं दवाईयां की उपलब्धता सुनिश्चित करें तथा सभी एलएचवी नियमित मोनिटरिंग करें तो अनीमिया के साथ – साथ बच्चो के स्वास्थ्य, गर्भवती महिलाओं की गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच एवं किशोरीयों के स्वास्थ्य को लेकर बेहतर परिणाम मिलेंगे।
इससे पूर्व एसबीसीसी कॉर्डिनेटर यशी पालीवाल ने कोविड वैक्सीनेशन से वंचित लोगो को प्रेरीत करने एवं उनके बिहेवियर में परिवर्तन लाने तथा वैक्सीनेशन को सकारात्मकता के साथ स्वीकार करने के लिये स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के सम्प्रेषण कौशल को लेकर विस्तार से चर्चा की तथा आमजन को वैक्सीनेशन कार्यक्रम से जुड़ने के लिये तैयार करने हेतु गांव में प्रभावशाली लोगो की मदद लेने के लिये आग्रह किया। जिससे जिला वैक्सीनेशन में शत प्रतिशत लक्ष्य को हांसिल कर सके।
बैठक में जिला वैक्सीनेशन मैनेजर फार्मासिस्ट संतोष जांगिड़ ने कोविड वैक्सीन के साथ ही राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत जिले में लगने वाले विभिन्न टीको की ऑनलाईन इन्द्राज एवं मोनिटरिंग को लेकर विस्तार से जानकारी दी तथा इसके लिये सतत सजग रहने के लिये कहा।