कांग्रेस, बीजेपी सहित सभी प्रत्याशियों ने झोंकी प्रचार में अपनी पूरी ताकत

राजसमंद। राजसमंद विधानसभा उपचुनाव को लेकर आगामी 17 अप्रैल को होने जा रहे मतदान को लेकर उम्मीदवारों के प्रचार-प्रसार की मियाद पर लगाम लगने को है। गुरूवार 15 अप्रैल शाम 5 बजे चुनावी प्रचार की सारी गतिविधियां थम जाएगी। इसके बाद कोई प्रचार नहीं किया जा सकेगा। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार चुनाव प्रचार समाप्त होने के उपरान्त इलेेक्ट्रॉनिक मीडिया (वाइस कॉल), एसएमएस, वीडियो मैसेज, टीवी कैबल विज्ञापन आदि पर भी प्रचार नहीं किया जा सकेगा। इसी बीच समय की कमी को देखते हुए बुधवार को कार्यकर्ताओं के साथ प्रत्याशियों ने भी दिनभर दौड़-धूप कर अधिक से अधिक मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश में लगे रहे। शाम को कार्यकर्ताओं की टोलियां गली मोहल्लों में नारेबाजी करती हुई निकली और अपने-अपने उम्मीदवारों के समर्थन में मतदान करने की मान मनुहार की।

राजसमंद विधानसभा उपुचनाव में कांग्रेस प्रत्याशी तनसुख बोहरा ने मंगलवार को भी विधानसभा क्षेत्र के भगवानदा, मोरचना, किरणपूर, माल सादुल खेड़ा, ओडिय़ा, केरडी सहित अन्य गांवों में जनसंपर्क पर रहे। जनसंपर्क के दौरान वहां मौजूद लोगों से कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की। उन्होंने सरकार के हाथ मजबूत हो उसके लिए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को जिताना होगा। कांग्रेस सरकार द्वारा विगत वर्षो में कराए गए विकास कार्यों पर मुहर लगाकर प्रचण्ड मतों से राजसमंद उपचुनाव जीतेंगे। जनसंपर्क के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में आई समस्याओं को चुनाव के बाद पूरी करने का आश्वासन दिया। बोहरा ने कहा कि आपकी समस्या को लेकर आगे बात रखी जाएगी आप कांग्रेस पार्टी के साथ बने रहे और अच्छे बहुमत से इसे जिताए। जिससे आपकी बात जयपुर विधानसभा तक पहुंच पाएगी। तनसुख बोहरा ने कहा कि मैं एक जैन समुदाय से होकर एक व्यापारी के रूप में देखा जाता हूं जो बात हो सकती है वही करूंगा आप का पूर्ण समर्थन मिलेगा तो मैं क्षेत्र का विधायक बन सकूंगा और ज्यादा से ज्यादा यहां का विकास करा सकूंगा। इस दौरान महेश प्रताप सिंह, शांतिलाल कोठारी, नानालाल सार्दुल, मुकेश भार्गव सहित कार्यकर्ता और ग्रामीण मौजूद थे।

इधर, भाजपा प्रत्याशी दीप्ति माहेश्वरी बुधवार को क्षेत्र के ग्राम पंचायत साकरोदा, पड़ासली, केरिंगजी का खेड़ा, माण्डावाड़ा, दौलतपुरिया, पुठिया, बिनोल, एमड़ी, गाडरियावास गांवों में जनसंपर्क किया।

इसके साथ ही शहर के राजनगर अंतर्गत सनवाड़ व मालीवाड़ा, नंदवाना मोहल्ला, यादव मोहल्ला, कलालवाटी, रेगर मोहल्ला, किशोरनगर मंडा एवं जेके टायर फैक्ट्री क्षेत्र में जनसंपर्क किया। जनसंपर्क में आम जनता से भाजपा के पक्ष में मत एवं समर्थन देने का आह्वान किया गया।
राजसमंद के गढ़ को ढहाने के लिए मंत्री सहित कांग्रेस के नेताओ ने डाला डेरा
नगर परिषद राजसमंद में कांग्रेस का बॉर्ड बनने के बाद से ही कांग्रेस पार्टी को विधानसभा सीट जितने की उम्मीद सी बढ़ गई थी। उसको लेकर कांग्रेस ने पूरी रणनिती तैयार कर इस बार का चुनाव लड़ाया है। गौरतलब है कि दिवंगत विधायक किरण माहेश्वरी के निधन के बाद खाली हुई राजसमंद विधानसभा सीट पर विगत 23 सालों से भाजपा का कब्जा है। भाजपा के गढ़ को ढहाने के लिए इस बार कांग्रेस ने मार्बल उद्यमी तनसुख बोहरा को प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस सरकार के साथ इस उपचुनाव में वोट हो उसके लिए कांग्रेस की ओर से स्टार प्रचारक के रूप में भेजे गए सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, खान मंत्री प्रमोद जैन भाया, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, खेल मंत्री अशोक चांदना, महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, मंत्री अर्जुनलाल बामनिया, मंत्री हरिश चौधरी, कांग्रेस प्रभारी पुष्पेन्द्र भारद्वाज, नगर परिषद सभापति अशोक टांक, युवानेता विकेश मेहता सहित अन्य नेताओं को क्षेत्र में भेजकर धरातल पर पार्टी को मजबूत करने का काम कर रहे है।
रैलियों के साथ ही अंतिम प्रचार 
विधानसभा चुनाव में जैसे जैसे मतदान दिवस नजदीक आ रहा है, त्यों-त्यों प्रत्याशियों की भाग दौड़ बढ़ती जा रही है। अब प्रत्याशी एक ही रफ्तार में चलते हुए लोगों से वोट मांग रहे है। मतदान समाप्ती से पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी तनसुख बोहरा के समर्थन में शहर सहित क्षेत्र में वाहन रैली निकाल कर अपने लिए वोट मांगेंगे। इसके साथ ही भाजपा प्रत्याशी दीप्ति माहेश्वरी शहर में जन अभिवादन के लिए राजनगर फव्वारा चौक से विवेकानंद चौराहा तक रोड़ शॉ करेगी। इधर, विधानसभा चुनाव के मतदान तिथि 17 अप्रैल से दो दिन पूर्व 15 अप्रैल तक ही सार्वजनिक सभाएं व रैलियों का आयोजन हो सकेगा। इसके बाद सभाओं व रैलियों के माध्यम से प्रचार-प्रसार व जनसंपर्क नहीं हो सकेगा। गुरूवार 15 दिसम्बर सायं पांच बजे बाद कोई भी प्रत्याशी नुक्कड़ सभा नहीं ले सकेंगे और न ही रैली निकाल पाएंगे। उसके बाद प्रत्याशी व उनके समर्थक अपने दल व चुनाव चिन्ह के पंपलेट, पोस्टर, बेलेट पेपर व अन्य प्रचार सामग्री के सहारे केवल डोर टू डोर जन संपर्क ही कर सकेंगे।