भाजपा के मजबूत बूथ से होंगे कांग्रेस के सपने चकनाचूर- सांसद दीयाकुमारी,बूथ सशक्तिकरण अभियान की बैठक में किया बूथ मजबूत करने का आह्वान

एससी मोर्चा सहित महिला मोर्चा सम्मेलन में कार्यकर्ताओं व महिलाओं में भरा जोश

राजसमन्द। सांसद दीयाकुमारी की अध्यक्षता में भाजपा के बूथ सशक्तिकरण अभियान को लेकर लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित की गई जिसमें बूथ को मजबूत बनाने को लेकर सुझाव लिए गए। प्रातः 10 बजे बूथ सशक्तिकरण अभियान की बैठक में राजसमंद संसदीय क्षेत्र के वर्किंग ग्रुप के सदस्यों की बैठक में आगामी कार्ययोजना की रूपरेखा तय की गई।

बैठक को सम्बोधित करते हुए सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक दल है। विश्व का सबसे बड़ा दल बनने और लगातार मजबूत बनने का आधार बूथ स्तर पर सशक्त संरचना ही है। भाजपा के मजबूत बूथ से कांग्रेस के सपने चकनाचूर हो जाएंगे।

सांसद ने कहा कि जब तक हमारा बूथ मजबूत है, सत्ता में आने की विपक्ष की एक भी चाल कामयाब नहीं होगी। वो फिर धराशाही होगा। हमे कमजोर बूथ को मजबूत बूथ में बदलना है और उस बूथ पर भी उतना ही कार्य करना है जो पहले से मजबूत है। भारतीय जनता पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता बूथ स्तर पर परिश्रम करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक ले जाने के लिए कमर कस कर तैयार है, उसी कार्ययोजना के अनुसार आगे बढ़ना है।

एससी मोर्चा सम्मेलन को किया सम्बोधित-

मोदी सरकार के सुशासन एवं पीएम मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में सफलतापूर्वक 8 वर्ष पूर्ण होने पर अनुसूचित जाति मोर्चा द्वारा मेड़ता नागौर में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि मोदी सरकार ने इस देश को विकास की उन ऊंचाइयों पर पहुँचाया है जहां से पूरा विश्व भारत को सम्मान की दृष्टि से देखता है। राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक मसले हो या वैश्विक मामले मोदी सरकार ने सब तरफ अपनी सफलताओं के झंडे फहराए हैं।
सांसद ने कहा कि सरकार ने जो भी योजनाएं बनाई वो गांव, गरीब, किसान, महिला और युवाओं को ध्यान में रखकर बनाई है। इन योजनाओं से गरीब के जीवन स्तर में सुधार हुआ है।
सांसद ने एससी मोर्चा द्वारा किये जा रहे कार्यो की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सिर्फ मोर्चा नहीं, भाजपा का हरावल दस्ता है जो भाजपा की रीति नीति को आम जनता तक पहुंचाता है। केंद्र सरकार ने उज्जवला योजना, स्वच्छता मिशन, स्किल एज्युकेशन, स्वरोजगार, आत्मनिर्भर भारत पैकेज में अनुसूचित जाति वर्ग का विशेष ध्यान रखा गया है। आज लाभार्थी वर्ग एक ऐसा वर्ग है जो केंद्र सरकार की उपलब्धियों को बताता है।
सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि डॉक्टर अंबेडकर फाउंडेशन के माध्यम से एससी वर्ग में पुनर्जागरण व चेतना का कार्य किया जा रहा है। दलित उत्पीड़न कानून में संशोधन करके उसे सख्त बनाया गया है, एससी विद्यार्थियों के लिए यूजीसी में फैलोशिप की व्यवस्था है। युवाओं के लिए उद्योग और रोजगार की सुविधाएं दी जा रही है। इस अवसर पर लाभार्थियों का सम्मान भी किया गया।कार्यक्रम के दौरान जनप्रतिनिधि, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इस अवसर पर पूर्व विधायक सुखाराम नेड़तिया मेड़ता प्रधान संदीप चौधरी किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष मदन गोरा उपजिला प्रमुख तेजाराम जयपाल मेड़ता प्रधान राजवीर जाजड़ा जिला महामंत्री लीलाधर सोनी स्टेफी चौहान एससी मोर्चा के जिलाध्यक्ष बजरंग मेड़ता मंडल अध्यक्ष श्याम बोराणा नगर मंडल अध्यक्ष ओम प्रकाश महेरिया युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष राजूराम रुणवाल सहित पदाधिकारी एवं कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।

महिला मोर्चा सम्मेलन में महिलाओं में भरा जोश-

मेडता में महिला मोर्चा सम्मलेन को सम्बोधित करते हुए सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के नेतृत्व में महिलाओं के हित में अनेक कार्य किए गए हैं।
सांसद ने कार्य गिनाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने लगभग 9 करोड उज्जवला कनेक्शन जारी किए, मुद्रा लोन का 68% लोन महिलाओं को दिया गया, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के माध्यम से बालिकाओं को सुरक्षा शिक्षा प्रदान की गई, स्वच्छता अभियान के तहत 12 करोड़ शौचालय बनाए गए जिससे खुले में शौच से मुक्ति मिली, लगभग 860000 एमएसएमई उद्योगों का संचालन महिलाएं कर रही है।

वहीं दूसरी और राज्य की कांग्रेस सरकार में महिलाएं, बालिकाएं असुरक्षित महसूस कर रही है कांग्रेस जन प्रतिनिधि द्वारा विवादित बयान देना और उनके परिवार वालों का घटनाओं में शामिल होना आम बात हो गई है । अब राजस्थान महिला दुष्कर्म के मामलों में पहले स्थान पर है, आदिवासी अत्याचार में दूसरे स्थान पर तथा दलित अत्याचार में तीसरे स्थान पर है। कानून व्यवस्था चौपट हो गई है। लूट डकैती अपहरण और पेपर लीक होना अब आम बात है। अलवर दौसा उदयपुर भीलवाड़ा चित्तौड़गढ़ पाली आदि ऐसे कई जिले हैं जहां बालिकाओं के साथ दुष्कर्म हुए हैं। राज्य में महिला जनप्रतिनिधि तक सुरक्षित नहीं है, त्याग बलिदान के रूप में पहचाना जाने वाला राजस्थान महिला अत्याचार के कारण पहचाना जा रहा है।