निस्वार्थ भावना से स्वयं का कुटुंब, देश व समाज निमित्त उपयोगी बनने की स्वप्रेरणा महत्ती सेवा है – डॉ पुष्पा सुखवाल

नाथद्वारा। सेठ मथुरादास बिनानी राजकीय महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के तहत स्वयंसेवकों ने संयुक्त रूप से राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी के 150वी जयंती वर्ष एवं स्वतंत्रता दिवस की 75वी वर्षगाँठ के क्रम में आज शाहिद ऐ आज़म, भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु के राष्ट्र प्रेम व उनके बलिदान का स्मरण किया। स्वयंसेवकों ने स्वअनुशासन व प्रेरक वचनों की पट्टिकाओं के साथ रैली निकाली।महाविद्यालय से होकर अहिंसा रैली भगत सिंह स्मारक गोविंद चौक तक गई।


महाविद्यालय प्राचार्या डॉ पुष्पा सुखवाल ने विधिवत रैली को प्रारंभ किया। आपने अपने उद्बोधन में छात्र जीवन में कठोर परिश्रम की महत्ता को आलोकित किया। आपने छात्रों को अपनी क्षमता पहचान कर लक्ष्य निर्धारण करने, प्रत्येक कार्य शत-प्रतिशत ऊर्जा से करने और मन से कार्य में जुटने-जुड़ने को सफलता का आधार बताया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला समन्वयक डॉ चक्रपाणि उपाध्याय व राष्ट्रीय कैडेट कोर की मेजर बेला मालिक ने रैली का नेतृत्व किया।
कार्यक्रम अधिकारी सुश्री प्रेषिका द्विवेदी ने स्वयंसेवकों को शहीद भगत सिंह की जीवनी से अवगत कराया एवम सम्बोधित किया कि सभी स्वयंसेवक मिलेनियल युवा हैं जो अपने जीवन के स्वर्णिम काल से गुजर रहे हैं, यही वह समय है, जो भविष्य की आधारशिला बनाता है।