प्राधिकरण सचिव ने किया राजकीय किशोर एवं संप्रेषण गृह का निरीक्षण

राजसमंद। मनीष कुमार वैष्णव, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा राजकीय किशोर गृह एवं सम्प्रेषण गृह का शुक्रवार 12.30 पीएम पर औचक निरीक्षण किया गया।
मनीष कुमार वैष्णव, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, ने राजकीय किशोर सम्प्रेषण गृह एवं बाल गृह, देवथडी रोड, राजसमन्द की आवासीय व भोजन सम्बन्धी सुविधाओं के आकलन हेतु औचक निरीक्षण किया। वक्त निरीक्षण संप्रेषण गृह, किशोर गृह तथा सुरक्षित गृह में कुल 13 बालक उपस्थित मिले। गृह में बालकों का, चिकित्सक रोहित कटारिया द्वारा दिनांक 03.06.2022 को स्वास्थ्य परीक्षण किया जाना बताया। सभी बालक स्वस्थ हैं। वक्त निरीक्षण बालक पढ़ाई करते पाए गए। श्री वैष्णव द्वारा गृह में मिलने वाली सुविधा भोजन व्यवस्था, सफाई व्यवस्था, इत्यादि का जायजा लिया गया। बालकों को भोजन में दाल, चपाती व चावल दिया जाना बताया गया। गृह की सफाई व्यवस्था भी संतोषजनक पाई गई। बालकों को कौशल विकास हेतु कम्प्यूटर का प्रशिक्षण दिया जाना बताया गया। एक बालक द्वारा दसवीं कक्षा में उत्तीर्ण होना बताया गया। बालकों से संवाद करने पर सभी बालकों ने अपने प्रकरण में अधिवक्ता नियुक्त होना बताया तथा सभी बालकों के जमानत आवेदन भी प्रस्तुत कर दिया जाना बताया।

न्यायाधीश ने किया राजकीय अस्पताल व पालना गृह का निरीक्षण

श्री मनीष कुमार वैष्णव (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा शुक्रवार को नाथद्वारा स्थित राजकीय अस्पताल एवं पालना गृह का औचक निरीक्षण किया गया।
वैष्णव ने बताया कि राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के एक्शन प्लान के अनुसार आज नाथद्वारा स्थित राजकीय अस्पताल का निरीक्षण किया गया।  वैष्णव ने अस्पताल में मातृत्व केयर यूनिट व नवजात शिशुओं के लिए स्पेशल विशिष्ट केयर यूनिट की जांच की जांच में उन्होंने पाया कि अस्पताल में एस.एन.सी.यू. (नवजात शिशु देखभाल इकाई) में कुल आठ नवजात के रखने की व्यवस्था है उन्होंने इस यूनिट में स्थित मशीनों के क्रियाशील होने बाबत् जांच की उनके द्वारा लेबर रूम की जांच की। चिकित्सालयों में चिकित्सकों, ए.एन.एम व अन्य स्टाफ के लिए क्वार्टर उपलब्ध होना पाया जांच में कुल 13 नर्स व तीन डॉक्टर नियुक्त होना पाया गया। अस्पताल में सात वार्मर बच्चों के लिए उपलब्ध थे जो क्रियाशील अवस्था में थे । वार्ड में स्वच्छ पेयजल की उचित व्यवस्था पाई गई , उन्होंने प्रसूति वार्ड का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण में उन्होंने अस्पताल में साफ-सफाई संतोषजनक होना पाया।

जननी सुरक्षा योजना के तहत एक जनवरी 2022 से निरीक्षण दिनांक तक 1049 महिलाएं लाभान्वित होना पाया। अस्पताल परिसर में ही ब्लड बैंक का होना और ब्लड डोनेशन व संग्रहण की सुविधा है। निरीक्षण में पाया गया कि अस्पताल में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और सिक्योरिटी गार्ड उपलब्ध है। गत वर्ष अस्पताल में कुल 1929 महिलाओं का प्रसूति होना पाया गया।
अस्पताल में एम्बूलेंस व्यवस्था उपलब्ध है और वार्ड तक एम्बूलेंस से तथा वहां से स्ट्रेचर के माध्यम से प्रसूति वार्ड तक पहुंचने की समूचित व्यवस्था पाई गई।


वैष्णव सहित बाल कल्याण समिति अध्यक्ष व सदस्यों द्वारा इसी परिसर में स्थित पालना गृह का भी निरीक्षण किया गया। उनके द्वारा जांच की गई कि उक्त पालना गृह कार्यशील अवस्था में है अथवा नहीं , निरीक्षण के दौरान उनके द्वारा यह जांचा गया कि पालना गृह में किसी के द्वारा शिशु रखे जाने पर कितनी देर में स्टाफ वहां उपस्थित होता है, जांच में स्टाफ कुछ ही देर में पालना गृह के पास उपस्थित हुआ। श्री वैष्णव व बाल कल्याण समिति अध्यक्ष द्वारा इस बात पर संतोष व्यक्त किया गया और पालना गृह व इसके आसपास इसके प्रचार प्रसार की आवश्यकता महसूस की। इस बाबत् अस्पताल प्रशासन को उनके द्वारा आवश्यक निर्देश प्रदान किए गए। वक्त निरीक्षण श्री कैलाश बिहारी ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी, नाथद्वारा एवं पालना वार्ड के प्रभारी, कार्मिक उपस्थित मिलें। कोविड-19 की गाइडलाईन की पालना भी की जा रही हैं।