गिरिराज पर्वत पर स्थापित होगी 108 फ़ीट की हनुमान प्रतिमा, विशाल बावा ने किया भूमि पूजन

नाथद्वारा @RajsamandTimes। पुष्टिमार्गीय प्रधानपीठ नाथद्वारा नगरी में गुरुवार को हनुमान जयंती के विशेष अवसर पर तिलकायत पुत्र  चिरंजीवी विशाल बावा के कर कमलों द्वारा गिरिराज पर्वत के शिखर पर स्थापित होने वाली 108 फ़ीट की राम भक्त हनुमान जी भव्य प्रतिमा का भूमि पूजन किया गया।

जानकारी देते हुए पीआरओ गिरीश व्यास ने बताया कि हनुमान जी की प्रतिमा तिलकायत श्री की आज्ञा एवं विशाल बावा की प्रेरणा से मुंबई के वैष्णव गिरीश भाई शाह द्वारा बनवाई जा रही है। यह प्रतिमा 15 फीट आधार पर 108 फीट ऊंचाई लिए दक्षिणमुख हाथ जोड़े प्रभु श्रीनाथजी के दर्शन करती हुई होगी।  विश्वास स्वरूपम 369 फ़ीट की शिव प्रतिमा का निर्माण करने वाले मूर्तिकार नरेश कुमावत इसका निर्माण करेंगे। हनुमान जयंती के विशेष अवसर पर विशाल बावा ने इक्कीस पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार एवं विधि विधान के साथ भूमि पूजन किया गया।

इस अवसर पर विशाल बावा ने श्री हनुमान जी का पुष्टिमार्ग के साथ घनिष्ठ संबंध का महत्व बताते हुए कहा कि पुष्टिमार्ग तत्वसुख का मार्ग है, जिसमें सेवक का स्वामी को सुख पहुंचाना ही प्रमुख ध्येय होता है। श्री हनुमान जी की भक्ति में भी यही दर्शनीय भाव है जो पुष्टि का ही द्योतक है । श्री हनुमान जी के चरित्र का विस्तृत अध्ययन करें तो कहा जा सकता है कि आप पुष्टि भक्त समान ही है स्वामी को समर्पित मर्यादा भक्त केवल इसलिए कहा जाता है । पुष्टि मार्ग में हनुमान जी को विशेष स्थान दिया गया है चाहे वह प्रभु श्री रामलीला की पिछवाई हो या करखा के दिनों में श्री हनुमान जी का खंड पर स्थान। करखा के तो सभी पद हनुमान जी के चरित्र का वर्णन करते हैं । मूल रूप से पुष्टि मार्ग में एक और प्रमुख संबंध प्रत्यक्ष जो हनुमान जी से जुड़ता है वह है पंचांग दंडवत का प्रकार जोकि श्री हनुमान जी की बैठक पर ही आधारित है और दैन्यता का ही प्रतीक है क्योंकि श्री हनुमान जी दैन्यता एवं मुग्धता से ही प्रभु के प्रिय हैं । जब से निकुंज नायक प्रभु श्रीनाथजी ब्रज से मेवाड़ पधारे तब सभी देवी देवता आपकी सेवार्थ ब्रज से मेवाड़ आपके साथ पधारे जैसे शिव जी, हनुमान जी, माताजी आदि और इसलिए श्री नाथद्वारा में सभी का विशेष स्थान एवं सम्मान है और श्रीजी की कृपा से यह चिरकाल तक यथावत रहेगा। हनुमान जन्मोत्सव पर सभी से श्री हनुमानजी से समर्पण एवं दैन्यता सीखे ऐसी मंगल कामना की।
इस शुभ अवसर पर वैष्णव गिरीश भाई शाह एवं उनके परिवार जन, मंदिर मंडल सीईओ जितेंद्र ओझा, वैष्णव अंजन शाह, श्रीनाथजी मंदिर के सहायक अधिकारी अनिल सनाढ्य, महाराज श्री के सचिव लीलाधर पुरोहित, मंदिर के पंड्या परेश नागर,पंडित देव कृष्ण, मंदिर पीआरओ एवं मीडिया प्रभारी गिरीश व्यास,कैलाश पालीवाल, मंदिर सेवकगण एवं सैकड़ों वैष्णव जन उपस्थित रहे।